शिशुगीत

शिशुगीत – १६

१. गर्मी

 

गर्मी का मौसम भारी

तपी-तपी धरती सारी

खाना-मत उल्टा सीधा

झट धर लेगी बीमारी

 

२. नींबू-पानी

 

कोला जो बोतलवाला

पड़े नही  उससे पाला

नींबू-पानी पीयो जी

सेहत का है रखवाला

 

३. चिड्डा-प्याऊ

 

छोटी मटकी लाओ जी

पानी से भरवाओ जी

अपने-अपने छतपर रखके

चिड्डा-प्याऊ बनाओ जी

चिड्डे-चिड़िया आयेंगे

पानी  पीकर जाएँगे

 

४. सावधान

 

बिस्तर पर लिटवाएगी

तुमको बहुत सताएगी

खाना खाकर ही निकलो

वर्ना लू लग जाएगी

 

५. ध्यान

 

गर्मी है पर रखना ध्यान

रहें सदा चौकन्ने कान

खिड़की खुली न जाए छूट

घर में हो जाएगी लूट

 

 

*कुमार गौरव अजीतेन्दु

शिक्षा - स्नातक, कार्यक्षेत्र - स्वतंत्र लेखन, साहित्य लिखने-पढने में रुचि, एक एकल हाइकु संकलन "मुक्त उड़ान", चार संयुक्त कविता संकलन "पावनी, त्रिसुगंधि, काव्यशाला व काव्यसुगंध" तथा एक संयुक्त लघुकथा संकलन "सृजन सागर" प्रकाशित, इसके अलावा नियमित रूप से विभिन्न प्रिंट और अंतरजाल पत्र-पत्रिकाओंपर रचनाओं का प्रकाशन