हास्य व्यंग्य

मुकरी

 

 

सब दिन पीछे पीछे डोले

कभि कुछ मांगे कभि कुछ बोले

डांटूं तो रो जावे नाहक

ए सखी साजन? ना सखी बालक।

 

तन से मेरे चुनर उङावे

मेरे बालों को सहलावे

इसका छूना लगता चोखा

ए सखी साजन? ना सखी झौंका

 

इसके बिन अब चैन न पाऊं

इसको खो दूं तो रो जाऊं

हर पल साथ में रहता कौन

ए सखी साजन? ना सखी फोन

 

गुन गुन कर के गीत सुनावै

सारी रैना मुझे जगावै

देह पे लिखता रक्तिम अक्षर

ए सखी साजन? ना सखी मक्छर।।

 

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अंकिता

अंकिता कुलश्रेष्ठ

नाम:अंकिता कुलश्रेष्ठ पिता जी : श्री कामता प्रसाद कुलश्रेष्ठ माता जी: श्रीमती नीरेश कुलश्रेष्ठ शिक्षा : परास्नातक ( जैव प्रौद्योगिकी ) बी टी सी निवास स्थान : आगरा पता: ग्राम व पोस्ट सैयां तहसील खेरागढ़ जिला आगरा उत्तरप्रदेश