गीत : डर लागे राम जी
अब तो बहुत डर लागे मोहे राम जी
छिन रहा युवाओं से सब काम-धाम जी
अब तो बहुत डर…………………..
सब कुछ महंगा अब हो रहा देश में
आम जन-जन अब जी रहा क्लेष में
घोटालों का देश अब रख दो नाम जी
अब तो बहुत डर…………………..
ये कर,वो कर ले के सब खा रहे
सब्सिडी सुविधा जन से घटा रहे
ऐसे सरकार का अब क्या काम जी
अब तो बहुत डर…………………..
भत्ता-सता बंद करो,जाना बिदेश भी
रोकना होगा अब विदेशी निवेश भी
अपने पैरो.पर,सीखो चढना मुकाम जी
अब तो बहुत डर…………………..
शिक्षा सुधारों,जन स्वास्थय भी सुधार दो
लोक जन पाल लाके देश को उबार दो
लाल का अर्ज मान शुरु करो काम जी
अब तो बहुत डर……..
— लाल बिहारी लाल