क्षणिका

मैं सूर्य-किरण हूं

मैं सूर्य-किरण हूं
मैं अपने सूर्य की किरण हूं
मैं सूर्य की किरण होते हुए भी
सूर्य से कतई अलग नहीं हूं
ठीक वैसे ही जैसे
सागर से उसकी लहर
जुदा नहीं है
जीवात्मा से परमात्मा
अलग नहीं है
उसी तरह
सूर्य में मैं हूं
सूर्य मुझमें है
मैं ही सूर्य हूं
मैं सूर्य-किरण हूं.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

11 thoughts on “मैं सूर्य-किरण हूं

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत सुन्दर कविता, बहिन जी !

    • लीला तिवानी

      प्रिय विजय भाई जी, अति सुंदर व सार्थक टिप्पणी के लिए आभार.

  • मनमोहन कुमार आर्य

    बहुत अच्छी रचना। बधाई स्वीकार करें। यह निवेदन है कि दार्शनिक आधार व गुण, कर्म व स्वभाव के अनुसार ईश्वर व जीवात्मा दोनों एक दुसरे से पृथक एवं भिन्न हैं। दोनों का परस्पर व्याप्य-व्यापक सम्बन्ध है। पिता पुत्र व माता पुत्र के समान ईश्वर व जीवात्मा का सम्बन्ध है। सादर।

    • लीला तिवानी

      प्रिय मनमोहन भाई जी, यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि आपको रचना बहुत अच्छी लगी. हमें तो सूर्य-किरण ने जो बताया, हमने वही लिखा. वैसे हमारी तरह ही शायद सूर्य-किरण ने भी यह सुन रखा हो, ”ईश्वर अंश जीव अविनाशी” होते हुए भी मनुष्य को अपने को ईश्वर का अंश मानने में भी कई जन्म लग जाते है. एक बार उसने अपने को सही मायनों में ईश्वर का अंश स्वीकार कर लिया, तो फिर ईश्वर से एकात्मता में देरी नहीं लगती. कृपया इस प्रतिक्रिया पर अपने विचार बताइएगा. यह भी सत्संग का एक समुचित मंच हो जाएगा. अति सुंदर व सार्थक टिप्पणी के लिए आभार.

  • सुन्दर कविता ,लीला बहन .

  • सुन्दर कविता ,लीला बहन .

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • राज किशोर मिश्र 'राज'

    वाहह लाजवाब सृजन के लिए बधाई बहन जी

    • लीला तिवानी

      प्रिय राजकिशोर भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.

    • लीला तिवानी

      प्रिय राजकिशोर भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.

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