“दोहा मुक्तक”
प्रदत शीर्षक- सिंह- केसरी, शेर, महावीर, हरि, मृगपति, वनराज, शार्दूल, नाहर, सारंग, मृगराज
हे सारंग नाहर हरि, सिंह शेर मृगराज
महावीर मृगपति महा, केसरिया वनराज
राष्ट्रीय वनचर महिप, शूर बीर पहचान
जंगल में मंगल करो, कुनवा घटे न राज॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी