कविता

वर्ण पिरामिड : *गरीब / *रंक / निर्धन

 

जो
जंग
भू नभ
भाग्य रंक
सूना चौमासा
दंग धान्य-व्याप
झेले कृष त्रि ताप {1}

वो
हीन
नजीब
हाथ उठा
नशे में लाल
छाप वृद्ध भाल
संस्कारों से गरीब {2}

*विभा रानी श्रीवास्तव

"शिव का शिवत्व विष को धारण करने में है" शिव हूँ या नहीं हूँ लेकिन माँ हूँ