आई तीजों प्यारी आई
हरियाली तीज
राधे झूला झूलन आई, झोंटे देवत कन्हाई
झोंटे देवत कन्हाई, आई तीजों प्यारी आई-राधे झूला झूलन———-
1.राधे सज-धज झूलन आई, लाल चुनरिया शीश सजाई
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
2.सखियों ने मेहंदी घोली, मेंहदी राधे हाथ रचाई
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
3.सखियां चूड़ी कंगना लाईं, सज गई राधे की गोरी कलाईं
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
4.सखियां मोती माला लाईं, राधे कंठन पर सजाईं
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
5.सखियां पायल-बिछुए लाईं, सज गई राधे के पैयां पहनाईं
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
6.दोनों हिलमिल तीजों मनाएं, सखियां खुश हो झूमें गाएं
राधे-श्याम की जय-जय बुलाएं, आई तीजों प्यारी आई-राधे झूला झूलन———-
बेहद सुन्दर रचना हरयाली तीज की बधाई
प्रिय अर्जुन भाई जी, आपको भी सपरिवार तीजों की बधाई. अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.
रचना पढ़कर लगा कि आपने अपनी भावनाओं को बखूबी शब्दों में भरा है जिससे वह हम पाठकों तक पहुँच कर गीत की शक्ल में कानों में मधुरता के साथ सजीव संगीत की ध्वनि कर रहें हैं। बहुत अच्छी कविता वा भजन के लिए हार्दिक धन्यवाद् आदरणीय बहिन जी।
प्रिय मनमोहन भाई जी, अति सुंदर, प्रोत्साहक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.
लीला बहन , भजन, अत्ति सुन्दर है .
प्रिय गुरमैल भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.