गीत- आजादी का जश्न मनायें
आजादी का जश्न मनायेंं,
आओं मिकर हम और आप
इसे अच्छून बनाये आज,
आओं मिलकर हम और आप
आजादी का जश्न मनायेंं………..
कहीं गोला कहीं बम चले थें
कितनों के ही दम निकले थे
जब जाँ संग हुये आजाद,हम और आप
आजादी का जश्न मनायें………..
नियम कानून सब ध्वस्त हो गये
जो जागे थे वो भी सो गये
जन-जन संग जल रहे थे,हम और आप
आजादी का जश्न मनायेंं…………….
कहां जा रहा देश सोचें हम
लूट खसोट को करे ध्वस्त हम
जूश्यों के लिये बोयें कांट,हम और आप
आजादी का जश्न मनायेंं…………….
कब तक यूँ खामोश रहेगे
दुस्मन को बी कुछ न कहेगे
लाल संग अंगारे उगले हम और आप
आजादी का जश्न मनायेंं…………….
— लाल बिहारी लाल