रक्षाबंधन पर एक कुंडलिया
गुरुवार- चित्र अभिव्यक्ति
आप सभी मनीषियों को पावन रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई सह मंगल शुभकामना…….जय माता दी…….
बैठो मत उदास सखे, हर्षित राखी आज
बहनों का आशीष है, थाली कंकू साज
थाली कंकू साज, कलाई धर दे अपनी
वादा कर शिरताज, झोलियाँ भर दे सपनी
कह गौतम चितलाय, हिया में आकर पैठो
नेकी कस विसराय, बहुरि बहना पहि बैठो।।
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी