कविता

स्नेह सूत्र (रक्षा बंधन)

raksha bandhan

यह स्नेह सूत्र ज्यों है पवित्र
इज्जत रखना सब इष्ट मित्र
बहना सबकी ही प्यारी है,
वह मेरी या कि तुम्हारी है
अनमोल सूत्र यह है जग मे
छोटे हैं इससे सब तगमे
बहना छोटी हो या हो बड़ी
अपने पैरों पर चाहे खड़ी
उपहार तो उनका बनता है!
ब्यवहार से यह जग चलता है
संकल्प यह मन में लें हम सब
कोई बहना पीड़ित हो जब
हम उसकी रक्षा कर पायें
बाधाओं से न घबड़ायें
प्यारा कितना यह त्यौहार
बढ़ते आपस में सदा प्यार
बहना जब पीड़ित होती है!
मानवता क्यों तब सोती है?
बस एक प्रण ही करना है
बहना को रक्षित करना है!
बहना को रक्षित करना है!
आप सभी को रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं
खासकर तब जब हमारी एक बहन हरियाणा की शेरनी साक्षी मलिक ने भारत के लिए पहला पदक(कांस्य) जीतकर पूरे देश का मान बढ़ाया है
साक्षी मलिक को ढेर सारी बधाइयाँ!
– जवाहर लाल सिंह, जमशेदपुर
१८.०८.२०१६(गुरुवार)