“हाइकू”
नव रजनी
नव रूप धारिणी
जै नव चंडी॥-1
भक्त अर्चना
कुशलम साधना
जै जगदंबा॥-2
पाठ आरती
महिमा सुभारती
जै नव दुर्गा॥-3
क्षमा दायिनी
शुभदा कात्यायनी
जै कृपालिनी॥-4
जग तारिणी
महिषासुर हंती
विंध्यवाशिनी॥-5
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी