वर्ण-पिरामिड सप्ताहाँक – 75
जय माता दी
हार्दिक शुभकामनायें सभी को
( 75 पर एक बात बताना चाहती हूँ,….. मेरी आदत थी हर बात में पचहत्तर कहने की यानि तकिया-कलाम था …. पचहत्तर कहना )
शीर्षक = दुर्गा / अम्बे / जगदम्बे / शेरां वाली / भवानी
मंच प्रमुख :: आदरणीय जसाला जी और सभी सदस्यगण
ण
मति
ना प्रश्न
काल परे
उर्जा ढ़ालती
भू ,माँ ,अम्बे रत्न
वात्सल्य चिरंतन {01.}
ण=निर्णय
<><><><>
ले
झट
माँ-अंक
फैला नभ
भर लो दंभ
सुन कराहट
भवानी आती खट {02.}