भूख भूखे को खा लेती है
“भूख “भूखे को भी खा लेती है
कविता बन जाती है,
दोनों भोजन की
तलाश में निकले थे
भूखे को भूखे ने खा लिया,
“चूहे को बिल्ली ने”!
— अनिल कुमार सोनी
“भूख “भूखे को भी खा लेती है
कविता बन जाती है,
दोनों भोजन की
तलाश में निकले थे
भूखे को भूखे ने खा लिया,
“चूहे को बिल्ली ने”!
— अनिल कुमार सोनी