मंच में घुसने की कला
चतुर चालाक
मंच पर
आसीन होने की कला में
माहिर
जीव
पलक झपकते
मंच तक नहीं
माईक हाथ में ले लेते है
उत्तर दक्षिण पूर्व पश्चिम
का ज्ञान बांट ते हैं
आलोचना भी करते है
आवाज बुलंद करते है
ये
सहजता से सफलता हासिल कर
एकाधिकार करते है
कभी कभी ये
मंच से
हटाए जाते भी है
ये कही भी सेट हो जाते है।