कविता : एहसास
एक एहसास
मीठा सा
इंतज़ार दे गया ।
प्यार का
विश्वाश का
तड़प का
अधिकार का ।
एक एहसास
प्यारा सा
प्यार जता गया
आँखों से आँखों का मिलना
आत्मा की पुकार
एक ख़्वाब जगा गया ।
प्यारा सा चेहरा
अपनी और खींचता है
ग्रीष्म में सावन
का एहसास
तुम्हारा प्यार दे गया ।
— कल्पना भट्ट