सामाजिक

विश्व निश्चेतना दिवस पर जागृति का सन्देश

हमसे बढ़कर कोई देशद्रोही, धर्मद्रोही, ब्रह्महत्या का कोई दोषी हो तो अवश्य बताइयेगा ?

सोचिए आप भारत के मित्र हैं या घोर शत्रु ?

  • देश के हिन्दू मुस्लिम बुनकरों की सुन्दर और बेहद महीन कलाकारी तथा समयसाध्य साधना से बनी साड़ियों और अन्य वस्त्रों को खरीदने की बजाय चीनी साड़ियाँ तथा वस्त्र खरीदते हैं I
  • देश के गरीब कुम्भकारों के पेट पर लात मारते हुए हम देश में क्या यह सन्देश शिद्दत से देना चाहते हैं कि वे हमारे बन्धु नहीं हैं, उनके परिवार की गरीबी के प्रति हम निरपेक्ष हैं I उनके परिवार गरीबी की रेखा के नीचे चले जाएंगे तो हमें बेहद खुशी होगी I क्यों नारा लगाते हो कि भारतमाता की जय ?
  • देश के गरीब मुस्लिम और हिन्दू भाइयों द्वारा बनाई गई पतंगें और मांजा खरीदने की बजाय चीनी पतंगें और मांजा खरीदकर क्या हम यह सन्देश देना चाहते हैं कि उनसे हमारा कोई नाता नहीं है I क्या यही हमारा सर्वे भवन्तु सुखिनः है ?
  • और तो और अपने बच्चों को एलर्जी, अस्थमा और दूसरी बीमारियाँ देने वाले विदेशी खिलौने खरीदकर देश के छोटे छोटे खिलौना निर्माताओं और साइकल, ठेलों आदि पर उन्हें बेचने वाले गरीब विक्रेताओं के मुंह का निवाला छिनकर हम क्या यह सन्देश देना चाहते हैं कि हमें अपने लाड्लें बच्चों की असाध्य बीमारियाँ इसलिए मंजूर है क्योंकि हमें अपने देश के नागिरकों के बच्चों को भूख से तड़फते देखने में आनन्द आता है I
  • अपने देश के फटाखों निर्माताओं और वहां काम कर रहे मजदूरों तथा उनके बीवी-बच्चों से हमारा शायद पिछले कई जन्मों की शत्रुता का नाता है, इसलिए उन्हें बर्बाद देखना चाहते हैं और इसी बदलें की भावना से हम चीनी पटाखें खरीदते हैं I
  • चीनी पटाखों के फूटने और फटने पर अधिक घातक रसायन हमारे बच्चों, बुजुर्गों, माता-बहनों, पशुओं, पक्षियों, वनस्पतियों, वातावरण में प्रवेश कर उन्हें अस्वस्थ करने में सफल होते हैं, हमें यह सब देखकर बेहद प्रसन्नता होती है, क्योंकि बच्चें जब तब जिद कर आपको परेशान जो करते हैं, उन्हें सजा अवश्य मिलना चाहिए I माता-पिता, भाई-बहन, दादा दादी जायदाद में बाधा बने हुए हैं, बीमार पड़कर मर जाएंगे तो सारी सम्पति के अकेले वारिस होंगे, यही उद्देश्य है ना आपका !
  • चीनी और विदेशी चीजें सस्ती हैं, सुन्दर दिखती हैं, इसलिए हम उन्हें खरीदना पसंद करते हैं, दो पैसे बचते हैं, तो आपको क्यों बुरा लगता है, यह तर्क भी आप देते हैं, जानते हुए कि वे टिकाऊ नहीं हैं, कोई गारण्टी नहीं है, परन्तु सस्ते की गारण्टी आपको देशद्रोह, नागरिकद्रोह, मातृद्रोह, पितृद्रोह, बंधू-भगिनीद्रोह, सन्तानद्रोह करने की उत्कट प्रेरणा देता है I
  • ऑनलाइन खरीदी या माल में जाकर खरीदी करने का अर्थ आप जानते हैं ना कि हमारे शहर के छोटे बड़े व्यापारियों के परिवार पर आघात करना I
  • और ………….और……………….और तो और हम यह भी जानते हैं कि चीन एक ऐसा देश है जो पाकिस्तान को आर्थिक सहायता और हथियार देता है, और पाकिस्तानी सैनिक तथा आतंकवादी हमारे देश के रक्षक सैनिकों एवं नागरिकों को निर्ममता तथा कायरतापूर्वक मार डालते हैं, क्या हमसे बढ़कर कोई देशद्रोही, धर्मद्रोही, ब्रह्महत्या का कोई दोषी होगा ?
  • उन लोगों को रोटी से वंचित मत कीजिए, जो हरदिन कमाई कर अपना तथा अपने बीवी बच्चों का पेट भरते हैं I
  • स्वदेसी चीजें खरीदें, अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को खरीदने के लिए प्रेरित कीजिए, थोड़ा महंगा होगा तो चलेगा, यही समझिएगा कि मन्दिर-मस्जिद में दान किया है I