कविताक्षणिका

मां का प्रेम

मां तेरा प्रेम अनंत है,
तेरे प्रेम का कोई अंत नहीं,
तेरे प्रेम ने दिखाई मुझे दुनिया की सुहानी भोर.
यह नील गगन जैसा असीम है,
जिसका न कोई ओर है न कोई छोर.
यह समुद्र से अधिक गहरा है,
समुद्र की गहराई तो मापी जा सकती है,
तेरे प्रेम की गहराई कर सकती है समुद्र को भी विभोर.
तेरा प्रेम हिमालय से भी ऊंचा व अटल है,
संतान की बेहतरी के लिए सबसे सुदृढ़ संबल है,
हिमालय भी उसके आगे दिखाई देता कमज़ोर है.
मां के आशीर्वाद से लंबा कोई पुल नहीं है,
दुनिया के पूर्वी चीन के सबसे लंबे पुल से भी मज़बूत है,
तेरे आशीर्वाद के आगे चलता न किसी का भी कोई ज़ोर है.
मां के स्नेह से लंबी कोई सुरंग नहीं है,
स्विट्जरलैंड की सबसे लंबी रेल सुरंग से भी अधिक सक्षम है,
मां के स्नेह से सराबोर स्नेहिल सुरंग सिरमौर.
मां तेरा प्रेम अनंत है,
तेरे प्रेम का कोई अंत नहीं,
तेरे प्रेम ने दिखाई मुझे दुनिया की सुहानी भोर.

 

1.पूर्वी चीन के शैनडॉन्ग राज्य में दुनिया का सबसे लंबा पुल बना है. यह पुल 42 किमी लंबा है.
2.विश्व की सबसे लंबी रेल सुरंग 1 जून, 2016 बुधवार को स्विट्जरलैंड के ईस्टफील्ड से बोडियो तक शुरू हुई है. स्विट्जरलैंड के आल्पस के पहाड़ों के नीचे बनी गोटहार्ड रेल सुरंग से उत्तरी तथा दक्षिणी यूरोप को रेलवे लाइन से जोड़ा जा सकेगा. इस सुरंग से जर्मनी और इटली के बीच की दूरी कम हो जाएगी. आमतौर पर ये सफर 3:40 घंटे था, लेकिन अब ये सफर 2:40 घंटे का हो जाएगा.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244