आस्तिक-नास्तिक
आस्तिक उसे कहते हैं,
जो परमात्मा के अस्तित्व को स्वीकारता है,
नास्तिक उसे कहते हैं,
जो परमात्मा के अस्तित्व को नकारता है,
असल में नकारने का सीधा अर्थ है,
अप्रत्यक्ष रूप से उस परम शक्ति का होना,
जो होगा उसी को तो नकारा जाएगा,
इसलिए जिसे खुद पर आस्था हो, वह है आस्तिक,
जिसे खुद पर आस्था होगी, वही ईश्वर पर आस्था रखेगा,
जिसे खुद पर आस्था नहीं हो, वह है नास्तिक.