दो क्षणिकाएं
1- अवसर
अवसर सबको मिलता है
लेकिन हमारी चूक भूल
अज्ञान संगत के कारण
अवसर
हाथ से फिसल जाता है।
2- अपमान
आप कोई पार्टी में है
आपका अपमान हो रहा हो तो
अपने पक्ष के साथियों को साथ लेकर
सामूहिक त्यागपत्र तत्तकाल दे दें
देश के हित में होगा ।
— अनिल कुमार सोनी, पत्रकार