पड़ोसी पाकिस्तान
सुन मेरे पड़ोसी————पाकिस्तान
सुन ले भारत की——– आखिरी तान
सेना की तोप अगर घुम गई तेरी तरफ
बन जायेगा तेरे यहां सबकुछ कब्रिस्तान॥१॥
कभी तुम अपने बारे में आजतक सोचा है
अपने अन्दर अच्छाई आजतक खोजा है
बुराई का साथ देकर -मिलता क्या तुम्हें,
अच्छा – बूरा क्या होता है कभी तोला है॥२॥
एक बार नजर घुमाओ विकास की तरफ
तुम्हारे यहाँ हो रहा है—भुखमरी तड़प
इस तरह पनाह देगा तू आतंकवाद को
तुम्हारे यहाँ आतंक बना देगा नरक॥३॥
अरे नारकीय——जिन्दगी जीने वाले
हर वक्त गलत राह पर— चलने वाले
भूलवश— भारत की तरफ न देखना
खाक में मिला देगें भारतीय सेना वाले ॥४॥
तुम्हें इस शक्ति का नहीं हुआ अन्दाज़
उठाकर पढ़ो अपनी पिछली इतिहास
हाल क्या हुआ कारगिल की लड़ाई में
इसके बावजूद भी करते हो ऐसा काम॥५॥
कुकृत्य कर्म पर तुम्हे शर्म आनी चाहिए
आतंक से सभी देश साथ लड़ना चाहिए
छोड़ दो आतंक का—- साथ देना तुम
आतंक के सफाया में साथ चलना चाहिए॥६॥
~~~~~~~
@रमेश कुमार सिंह /20-07-2016
(कैमूर बिहार