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केंद्रीय भूमि जल बोर्ड में हिन्दी पखवाड़ा-2016 का आयोजन

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केंद्रीय भूमिजल बोर्ड, मुख्यालय फ़रीदाबाद मे दिनांक 14.09.2016 से 28.09.2016 तक हिन्दी पखवाड़े का आयोजन किया गया। दिनांक 14.09.2016 को ‘राजभाषा हिन्दी- दशा-दिशा’ विषयक परिचर्चा आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता श्री जी. सी. पति, सदस्य (जल गुणवत्ता) ने की। इस अवसर पर मुख्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने राजभाषा हिन्दी के संबंध मे अपने विचार प्रकट किए। पखवाड़े के दौरान हिन्दी टिप्पण – आलेखन, अनुवाद, कविता पाठ, वाद विवाद, एमटीएस कर्मचारियों के लिए हिन्दी भाषा बोध और हिन्दी प्रश्न मंच प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। विभिन्न प्रतियोगिताओं मे अधिकारियो एवं कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया ।

दिनांक 07.11.2016 को पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री के. बी. बिस्वास, अध्यक्ष , श्री के.सी. नायक ,सदस्य (आरजीआई) , श्री जी.सी. पति, सदस्य (जल गुणवत्ता), श्री डी. साहा, सदस्य (एसएएम) , कर्नल राजेश कुमार गौड़ , निदेशक (प्रशासन) सहित बोर्ड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे । डॉ.बी.के.सिंह, उपनिदेशक (राजभाषा) ने उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का स्‍वागत किया तथा पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी । श्री जी.सी.पति, सदस्य (जल गुणवत्ता) ने इस अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दी हमारी राजभाषा है, अतः हमारा यह नैतिक दायित्व है कि हम अपने दैनिक कमकाज मे हिन्दी का अधिक से अधिक प्रयोग करें। श्री के.सी. नायक ,सदस्य (आरजीआई) ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे विभाग मे हिन्दी निरंतर प्रगति हो रही है, यह हर्ष की बात है । श्री डी. साहा, सदस्य (एसएएम) ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए आशा प्रकट की कि शीघ्र ही हमारा विभाग राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा । श्री के. बी. बिस्वास, अध्यक्ष, केंद्रीय भूमि जल बोर्ड ने पुरस्कार वितरित किये तथा राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार एवं कार्यान्‍वयन की दिशा में और अधिक प्रयास करने का आह्वान किया । उन्‍होंने कहा कि बोर्ड ने राजभाषा हिन्‍दी के प्रगामी प्रयोग की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है । उन्‍होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी यह प्रयास जारी रहेगा । श्री राकेश गुप्ता, सहायक निदेशक (रा.भा.) ने विजेता प्रतिभागियों को बधाई दी और उपस्थित लोगो को धन्यवाद ज्ञापित किया, साथ ही साथ उन्होने श्री गोपाल प्रसाद, वरिष्ठ अनुवादक एवं श्री अर्णव शुक्ला, कनिष्ठ अनुवादक के सहयोग की सराहना की।

*वीरेन्द्र परमार

जन्म स्थान:- ग्राम+पोस्ट-जयमल डुमरी, जिला:- मुजफ्फरपुर(बिहार) -843107, जन्मतिथि:-10 मार्च 1962, शिक्षा:- एम.ए. (हिंदी),बी.एड.,नेट(यूजीसी),पीएच.डी., पूर्वोत्तर भारत के सामाजिक,सांस्कृतिक, भाषिक,साहित्यिक पक्षों,राजभाषा,राष्ट्रभाषा,लोकसाहित्य आदि विषयों पर गंभीर लेखन, प्रकाशित पुस्तकें :1.अरुणाचल का लोकजीवन 2.अरुणाचल के आदिवासी और उनका लोकसाहित्य 3.हिंदी सेवी संस्था कोश 4.राजभाषा विमर्श 5.कथाकार आचार्य शिवपूजन सहाय 6.हिंदी : राजभाषा, जनभाषा,विश्वभाषा 7.पूर्वोत्तर भारत : अतुल्य भारत 8.असम : लोकजीवन और संस्कृति 9.मेघालय : लोकजीवन और संस्कृति 10.त्रिपुरा : लोकजीवन और संस्कृति 11.नागालैंड : लोकजीवन और संस्कृति 12.पूर्वोत्तर भारत की नागा और कुकी–चीन जनजातियाँ 13.उत्तर–पूर्वी भारत के आदिवासी 14.पूर्वोत्तर भारत के पर्व–त्योहार 15.पूर्वोत्तर भारत के सांस्कृतिक आयाम 16.यतो अधर्मः ततो जयः (व्यंग्य संग्रह) 17.मणिपुर : भारत का मणिमुकुट 18.उत्तर-पूर्वी भारत का लोक साहित्य 19.अरुणाचल प्रदेश : लोकजीवन और संस्कृति 20.असम : आदिवासी और लोक साहित्य 21.मिजोरम : आदिवासी और लोक साहित्य 22.पूर्वोत्तर भारत : धर्म और संस्कृति 23.पूर्वोत्तर भारत कोश (तीन खंड) 24.आदिवासी संस्कृति 25.समय होत बलवान (डायरी) 26.समय समर्थ गुरु (डायरी) 27.सिक्किम : लोकजीवन और संस्कृति 28.फूलों का देश नीदरलैंड (यात्रा संस्मरण) I मोबाइल-9868200085, ईमेल:- [email protected]