सहारा
है तू ही सब कर्ता धर्ता प्रभु तेरा ही सहारा है ।
तुझ पर ही है आस हमारी
नदिया का तू ही किनारा है ।
तुम बिन कोई नहीं हमारा
हो तुम ही जीवनाधार ।
पल पल सबकी रक्षा करते
नहीं किसी को तुम हो ठगते ।
जीवन तुमसे ही चलता है
बिन इच्छा न पत्ता हिलता है ।
प्रार्थना हमारी सुन लो स्वामी
तुम हो अनादि अंतरयामी ।
हाथ जोड़कर खड़े द्वार पर
विनती सुन लो हे करतार ।
डगमगाती मेरी नैया का
कर दो अब तो बेड़ा पार ।
— निशा गुप्ता
तिनसुकिया, असम