कविता

माँ हीराबेन

मां चरणों में तेरे कोटि कोटि नमन
आज करता है हर जन तेरा वंदन ।
जो पुत्र तुने जन्म दिया है मां
बस दिखते हैं उसमें राष्ट्रभक्ति के निसां ।
करता है गर्व उसपे ये वतन प्यारा
है बेटा तेरा दीन-हीनों का सहारा ।
मां देश को तुने जो रतन दिया है
देश बनाने का उसने प्रण लिया है ।
निकल पड़ा है जंग लड़ने अकेले
है चारों ओर चाहने वालों के मेले ।
मां तेरे उस संस्कार को देश करता नमन है
जिसने दिया एक राष्ट्रभक्त को जनम है ।
एक मजदूरी करने वाली का बेटा
देख आज हर दिल में है शान से रहता ।
हर मन को उसपे है बिश्वास
वो करेगा शीघ्र हर तम का नाश ।
वो एक नया सवेरा लायेगा
भारत को फिर सोने की चिड़िया बनाएगा ।
तेरा ये लाल मां कुछ ऐसा कर जाएगा
तुझे एक दिन राष्ट्र माँ का दर्जा दिलायेगा ।
तू आदर्श है ‘मां’ हर एक मां के लिए
सहे हैं जो कष्ट सहज विचारों के लिए ।
तेरा जीवन हमपे एक कर्ज रह जायेगा
तेरी कहानी ‘मुकेश’ हर दिल पे लिखकर जायेगा ।

मुकेश सिंह
सिलापथार (असम)
मो०- 9706838045

मुकेश सिंह

परिचय: अपनी पसंद को लेखनी बनाने वाले मुकेश सिंह असम के सिलापथार में बसे हुए हैंl आपका जन्म १९८८ में हुआ हैl शिक्षा स्नातक(राजनीति विज्ञान) है और अब तक विभिन्न राष्ट्रीय-प्रादेशिक पत्र-पत्रिकाओं में अस्सी से अधिक कविताएं व अनेक लेख प्रकाशित हुए हैंl तीन ई-बुक्स भी प्रकाशित हुई हैं। आप अलग-अलग मुद्दों पर कलम चलाते रहते हैंl