मां तू ही
मेरी औकात नहीं मैं तुझको
साथ अपने रख पाउं ।
अभी तो मैं बच्चा हूं मां
तू कहे तो साथ तेरे रह जाउं ।
दुनिया में तुम मुझे लेकर आई हो
फिर पाल-पोशकर किया बड़ा ।
ऊंगली थाम सीखाया पांव पे होना खड़ा
मां,मेरे हर धड़कन तुम ही समाई हो ।
एक पल जो न देखूं चेहरा तेरा
दिल गुमसुम सा हो जाता है ।
तू जो मुस्काती न रहे मां
मेरा मन बड़ा घबराता है ।
तेरी मुसकान जीवन का धन है मेरा
तेरी खुशीयां मेरे लिए अमृत है ।
तू पास रहे तो यहीं स्वर्ग
बिन तेरे स्वर्ग भी मुझे अनुचित है ।।
— मुकेश सिंह
सिलापथार, असम
09706838045