कविता

भक्त

भारत माँ की जय बोलूं तो
मोदी भक्त कहलाउंगा,
मोदी को “जी” कहूं तो
मोदी भक्त बन जाऊंगा ।
अच्छे दिनों की बात करूं जो
मोदी अनुरागी माना जाउंगा,
राष्ट्रभक्ति मैं जो दिखाऊं
मोदी भक्त ही बनाया जाऊंगा ।
समझ ना आए मोदी से
आखिर क्यों जलते हैं लोग?
जो रंजीस रखते मोदी से
वही जपते मोदी-मोदी रोज ।
अजब तमाशा देश का
मुझको तो अब समझ ना आए,
वे पप्पू के चप्पल उठाए
अन्य आगे पीछे दुम हिलाए ।
कुछ उच्च पदों पे बैठे लोग
मां-बेटे की जयकार करें,
पर कोई उन्हे ना भक्त कहे
ना वे चाटुकार रहें ।
चापलुसी की हदें तोड़ी हैं
बड़े बड़े राजगीरों ने,
और भक्त कहलाएं हम
बस गुलामी के महावीरों से ।
मैं तो कहूं अच्छा है मोदी
बस देशहित की कहता है,
जीवन का पल पल अर्पण कर
भारत मां के लिए ही जीता है।

मुकेश सिंह
सिलापथार (असम)
09706838045

मुकेश सिंह

परिचय: अपनी पसंद को लेखनी बनाने वाले मुकेश सिंह असम के सिलापथार में बसे हुए हैंl आपका जन्म १९८८ में हुआ हैl शिक्षा स्नातक(राजनीति विज्ञान) है और अब तक विभिन्न राष्ट्रीय-प्रादेशिक पत्र-पत्रिकाओं में अस्सी से अधिक कविताएं व अनेक लेख प्रकाशित हुए हैंl तीन ई-बुक्स भी प्रकाशित हुई हैं। आप अलग-अलग मुद्दों पर कलम चलाते रहते हैंl