नामकरण
भारत धान की स्पेशल प्रजाति ‘आईआर8’ की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मना रहा है. इसे जादुई चावल कहा जाता है, क्योंकि इसने दुनियाभर में लाखों लोगों को बचाया है. इसने एशिया और विशेषतौर पर भारत में भुखमरी की कगार पर खड़े लोगों के सामने एक विकल्प बनकर उनकी जिंदगी बचाई.
तमिलनाडु के किसान केएन गणेशन ने इस चावल की प्रजाति से बंपर फायदा उठाया, क्योंकि इसकी पैदावार तेज और अच्छी हुई. इस वजह से उन्होंने अपने एक बेटे का नाम ‘इरेतू’ रख दिया, जो कि वियतनाम में आईआर8 का तमिल अनुवाद है.
इसे एक किसान ने होंडा राइस के नाम से भी मशहूर कर दिया, जब इसी चावल की फसल से मुनाफा कमाकर वह होंडा मोटरबाइक खरीदने में कायमाब रहा.