कविता : दर्द सह लेते हैं…
दर्द सह लेते हैं, अश्क भी पी लेते हैं
हम तो आज भी… तेरी यादों में जी लेते हैं ll
खले है जिन्दगी में, अक्सर मुझे तेरी कमी
मुस्कुराते हैं लब… पर रहती है इन आँखों में नमी ll
इस नमी को हम, आँखों में थाम लेते हैं,
वफा-ए-जिक्र हो… तो नाम तेरा लेते हैं ll
दर्द सह लेते हैं, अश्क भी पी लेते हैं
हम तो आज भी… तेरी यादों में जी लेते हैं ll
अंजु गुप्ता