“दोहा-मुक्तक”
शीर्षक – करूणा ,दया, सहानुभूति, मेहरबानी, करम या समानार्थी
सहानभूति संवेदना, मानव जीवन सार
करम धरम करुणा दया, कब जाये बेकार
मेहरबान जब हो खुदा, मानों महिमा काम
नीति अनीति विलासिता, मापदंड आधार॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
शीर्षक – करूणा ,दया, सहानुभूति, मेहरबानी, करम या समानार्थी
सहानभूति संवेदना, मानव जीवन सार
करम धरम करुणा दया, कब जाये बेकार
मेहरबान जब हो खुदा, मानों महिमा काम
नीति अनीति विलासिता, मापदंड आधार॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी