कौन बनेगा रक्षक
आज़ादी दिलवाई हमको , जिन लोगो ने लड़ लड़ के
भूल गये हम सारे उनको , झूठी बाते पढ़ पढ़ के
राणा और शिवाजी जैसा , हमको आज मिलेगा कौन
जयचंदों की भीड़ बढ़ गयी , पृथ्वीराज बनेगा कौन
बहुत दिख गये तानसेन तो , चंदरबरदाई है कौन
बनवीरों की फौज खड़ी है , पन्ना धाई होगी कौन
दुस्शासन हर मोड़ खड़े है , लाज बचाना भारी है
कौन बनेगा केशव बोलो , किसकी जिम्मेदारी है
शिशुपालो की कमी नहीं है , दिन भर गाली गाली है
दुर्योधन से मिले हिफाजत , सबकी मंशा काली है
कौशल्या तो नहीं मिली है , मिले मंथरा दासी अब
रुपये पैसो को ही माने , अब तो काबा काशी सब
चुगली करने वाले दिखते , दसो दिशाये धोबी है
निश्छल कोई कुछ ना कहता , सारी जनता लोभी है
तो ऐसे में कहो वतन की , फुलवारी को सींचे कौन
गड्ढे में है रथ का पहिंया , बैठ धरा पे खींचे कौन
कौन संभाले देश को दुश्मन , से लड़ ले जो अड़ अड़ के
आज़ादी दिलवाई हमको , जिन लोगो ने लड़ लड़ के
मनोज”मोजू”