प्रेम में शबरी मिले हरि
सुप्रभात सभी मित्रों को अँग्रेज़ी नववर्ष २०१७ की अनंत शुभकामनाएँ
प्रेम में शबरी मिले हरि , प्रेम में गणिका तरी।
ले अजामिल नाम लाला[नारायण] मोक्ष देते हैं हरी ।
त्याग देते भोग छप्पन , प्रेम के भूखे हरी ।
प्रेम में कदली के छिलके खा रहे मेरे हरी ।
— राजकिशोर मिश्र ‘राज