अपना
अपना अपना ही होता है
सपना सपना ही होता है
चाहें यहाँ हो कोई मजहब
सुंदर भ्राता ही होता है॥
लाख करें झगड़ा अपने में
मिलकर रहते हैं अपने में
पास पड़ोस की तरह से सब
करते लेन-देन अपने में॥
@@रमेश कुमार सिंह “रुद्र”
____________20-10-2016
अपना अपना ही होता है
सपना सपना ही होता है
चाहें यहाँ हो कोई मजहब
सुंदर भ्राता ही होता है॥
लाख करें झगड़ा अपने में
मिलकर रहते हैं अपने में
पास पड़ोस की तरह से सब
करते लेन-देन अपने में॥
@@रमेश कुमार सिंह “रुद्र”
____________20-10-2016