कविता

लहराएं तिरंगा प्यारा

जय जवान जय जय किसान 
का आज लगाएं नारा
ऊँचे नील गगन में
लहराएं तिरंगा प्यारा ।
केसरिया रंग शौर्य पराक्रम,
की गाथा को गाता है,
अमन चैन को श्वेत रंग
समृद्धि को हरा दर्शाता है,
है नमन देश की माटी को
ये हमको प्राणों से प्यारा ।
ऊँचे नील गगन में
लहराएं तिरंगा प्यारा ।।
है धन्य भूमि यह देव भूमि
यहाँ राम-कृष्ण अवतार हुआ,
पापी अधर्मी अन्यायी
दुष्टों का जहाँ संहार हुआ,
जन्म लिया इस धरती पर
है धन्य भाग ये हमारा ।
ऊँचे नील गगन में
लहराएं तिरंगा प्यारा ।।
सूरज सबसे पहले आकर 
करता यहाँ सवेरा है,
त्यौहारों का देश हमारा
खुशियों का यहाँ बसेरा है,
नहीं कोई देश है ऐसा
भारत सारे जहाँ से है न्यारा ।
ऊँचे नील गगन में 
लहराएं तिरंगा प्यारा ।।

नीतू शर्मा 'मधुजा'

नाम-नीतू शर्मा पिता-श्यामसुन्दर शर्मा जन्म दिनांक- 02-07-1992 शिक्षा-एम ए संस्कृत, बी एड. स्थान-जैतारण (पाली) राजस्थान संपर्क- [email protected]