कविता

मेरी रचना बन जाते हो

चहूँ ओर सूरज के
घूमें धरती
वैसे ही…
हर रचना का केन्द्र
तुम बन जाते हो
हर लफ्ज, हर भाव
समर्पित तुमको
जाने – अंजाने हर वक़्त तुम ही
मेरी कविता बन जाते हो

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed