कवितागीत/नवगीत

जगालो अपने में विश्वास

जगालो अपने में विश्वास
बनालो जीवन को मधुमास-

 
1.रखो ईमान सदा दिल में
जगाओ प्रेम सदा दिल में
करो औरों पर भी विश्वास-

 
2.न मन में डाह रखो प्यारे
प्रशंसा खुल के करो प्यारे
सीखना मन में जगाना आस-

 
3.दोस्त हों आशा से भरपूर
हताशा मन से हटाएं दूर
न होना तनिक भी मन में निराश-

 
4.करो हर काम तहेदिल से
रहो सब प्रेम से हिलमिल के
हटाओ भेदभाव का पाश-

 
5.न सोचो कठिन है कोई काम,
बनेगी हर मुश्किल आसान
इसी में छिपा जीत का राज़-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244