कविता

प्रेम

प्रेम ..
पीड़ा के सहचर  !
अतृप्ति तेरे रग में क्यों  ?
प्रष्व ..
दग्ध कर पींजर  !
बने फिरते जग में क्यों  ?
प्रेप्सा ..
सबके  हिय की !
अप्राप्य ‘किशन’ ता उम्र छलते ,
प्रार्थित ..
जो  इस  कदर  !
प्रार्थक के नहीं भग में क्यों ?

         — दामोदर कृष्ण भगत ‘किशन’

दामोदर कृष्ण भगत 'किशन'

शिक्षा : M.Sc.( Chemistry); B.Ed. पेशा : शिक्षक पता : Flat no. 202 ; Bhavya Enclave ; Ambedkar Nagar ; Mahuwa Toli ; Namkum ; Ranchi - 10 . Jharkhand. PIN 834010.