गीत/नवगीत

साक्षरता बारहमासा अप्रैल (विश्व स्वास्थ्य दिवस)

सब स्वस्थ रहें और साक्षर हों, यह जीवन ध्येय हमारा                                                            748/9.7.95
अपनाएं इसे, समझें न इसे, बस स्वास्थ्य दिवस का नारा-

 

 

1.स्वस्थ वही जन रह सकता, जिसे साक्षरता का संबल हो
नई-नई तकनीकों से जीने का जिसे संबल हो
आओ साक्षरता के माध्यम से हम, करें स्वस्थ जग सारा
अपनाएं इसे, समझें न इसे, बस स्वास्थ्य दिवस का नारा-

 

 

2.जो साक्षर हैं उनको आतीं, स्वच्छ रहने की विधियां
स्वच्छ रहें तो मिल सकती हैं,स्वास्थ्य की अनुपम निधियां
आओ साक्षरता की कलियों से हम, महकाएं जग सारा
अपनाएं इसे, समझें न इसे, बस स्वास्थ्य दिवस का नारा-

 

 

3.जीवन है थाती उस प्रभु की, घर पूजाघर प्यारा
स्वच्छ-स्वस्थ मंत्रोच्चारण से, लग सकता यह न्यारा
शुभ साक्षरता के मंत्रों से, झंकृत हो जग सारा
अपनाएं इसे, समझें न इसे, बस स्वास्थ्य दिवस का नारा-

 

 

4.स्वच्छता को हम पूजा समझें, स्वास्थ्य है एक पुजापा
साक्षरता का दीप जले तो, शीघ्र न आए बुढ़ापा
इन तीनों के संगम से, रोशन हो जग सारा
अपनाएं इसे, समझें न इसे, बस स्वास्थ्य दिवस का नारा-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244