2. प्रार्थना
(बाल काव्य सुमन संग्रह से)
सर्वशक्तिमान दाता, प्रेममय संसार दो,
वाणी में हो मधुरता, मन में मृदुलता-सार हो.
आयु की रक्षा करो प्रभु, प्राण की रक्षा करो,
ध्यान की रक्षा करो प्रभु, ज्ञान की रक्षा करो.
आत्मा आलोकमय, आनंद की झंकार हो,
साधना हो पूर्ण दाता, स्नेह-सिक्त बयार हो.
तन में शक्ति दो प्रभु, मन में सुहानी भक्ति दो,
साथ जग के चल सकें, ऐसी हमें प्रभु युक्ति दो.