माँ
माँ
तेरे
आंचल
की छांव में
सदा सुख से
रहा हूँ अक्सर
रहूँगा हरदम ॥-॥
तूँ
कहाँ
है आज
बताओ ना
मुझे आकर
तुझे देखे बिना
दिल लगता नहीं॥-॥
मैं
भूखा
हूँ तेरे
ममता का
स्नेह प्रेम का
आशीर्वचन का
सुखद अहसास ॥-॥
© रमेश कुमार सिंह रुद्र
माँ
तेरे
आंचल
की छांव में
सदा सुख से
रहा हूँ अक्सर
रहूँगा हरदम ॥-॥
तूँ
कहाँ
है आज
बताओ ना
मुझे आकर
तुझे देखे बिना
दिल लगता नहीं॥-॥
मैं
भूखा
हूँ तेरे
ममता का
स्नेह प्रेम का
आशीर्वचन का
सुखद अहसास ॥-॥
© रमेश कुमार सिंह रुद्र