शिक्षा रोजगार के लिए नहीं ज्ञान के लिए
वास्तविक शिक्षा ज्ञानवर्धक होना चाहिए क्योंकि अगर ज्ञान है तो यहाँ सब कुछ है अगर ज्ञान नहीं तो कुछ नहीं है। अगर शिक्षा रोजगार के लिए पढी जाय तो उसके पास पैसा धन तो हो जायेगा लेकिन सामाजिक ज्ञान नैतिक ज्ञान से वंचित हो जायेगा। रह गइ बात ज्ञान प्रात करने की अगर ज्ञान प्राप्त करने की ध्येय से शिक्षा प्राप्त किया जाए तो व्यवहारिक ज्ञान के साथ साथ सामाजिक एवं रोजगार स्वतः प्राप्त हो जायेगा। ज्ञानवर्धक शिक्षा प्राप्त करना हमें सम्पूर्णता की ओर ले जाता है रोजगार मयी शिक्षा प्राप्त करना अपूर्णता की ओर ले जाता है इसलिए हमेशा ज्ञान के लिए शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए रोजगार के लिए नहीं जबकि ज्ञान से रोजगार है रोजगार से ज्ञान नहीं।
— रमेश कुमार सिंह ‘रुद्र’