क्षणिका : सत्ता
सत्ता
*****
भूख, गरीबी
और उत्पीड़न,
मुद्दे तो हैं…
पर छुपाए जाते हैं !
सत्ता के शतरंजी खेल में अब …
नए मुद्दे बनाए जाते हैं ! !
अंजु गुप्ता
सत्ता
*****
भूख, गरीबी
और उत्पीड़न,
मुद्दे तो हैं…
पर छुपाए जाते हैं !
सत्ता के शतरंजी खेल में अब …
नए मुद्दे बनाए जाते हैं ! !
अंजु गुप्ता