शिशुगीत

15.दीपक

(बाल काव्य सुमन संग्रह से)

प्रेम-प्यार का दीपक प्यारा,
जग-अंधियारा हरता है.
आंधी और तूफानों से भी,
तनिक नहीं यह डरता है.
खुद जलकर औरों को देता,
सुखदाई-तमहारी उजास.
इससे सीखें हरदम देना,
सबको सुखमय स्नेह-प्रकाश.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244