लघुकथा

रिटर्न

सुबह सुबह ही विकास बाबू के घर एक आदमी मिलने आया। उसने पॉलीथीन बैग में रखा एक पैकेट उन्हें थमा दिया। अपनी तसल्ली कर लेने के बाद विकास बाबू आश्वासन देते हुए बोले “आप इत्मिनान रखें। काम हो जाएगा।”
आश्वस्त होकर वह व्यक्ति चला गया।
पास बैठे विकास बाबू के चचेरे भाई ने उनकी तरफ सवालिया दृष्टि डाली।
“यह रिटर्न है।” विकास बाबू हंसे।  फिर समझाते हुए बोले “जब कहीं पैसा इन्वेस्ट करते हो तो ब्याज मिलता है। मैंने भी यह पोस्टिंग पाने के लिए इन्वेस्ट किया है।”

*आशीष कुमार त्रिवेदी

नाम :- आशीष कुमार त्रिवेदी पता :- C-2072 Indira nagar Lucknow -226016 मैं कहानी, लघु कथा, लेख लिखता हूँ. मेरी एक कहानी म. प्र, से प्रकाशित सत्य की मशाल पत्रिका में छपी है