37.उपकार
(बाल काव्य सुमन संग्रह से)
वृक्ष फूल-फल-अन्न हैं देते,
नदियां देतीं पानी,
सूरज धूप-रोशनी देता,
चंदा अमृत-दानी.
धरती धीरज का धन देती,
अम्बर प्यार लुटाए,
जो करता उपकार जगत में,
ईश्वर-सम यश पाए.
(बाल काव्य सुमन संग्रह से)
वृक्ष फूल-फल-अन्न हैं देते,
नदियां देतीं पानी,
सूरज धूप-रोशनी देता,
चंदा अमृत-दानी.
धरती धीरज का धन देती,
अम्बर प्यार लुटाए,
जो करता उपकार जगत में,
ईश्वर-सम यश पाए.