गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

याद जो आयेगी तेरी !
खुद को खफा कर लूंगी !

बात जो आयेगी तेरी !
खुद से बयां कर लूंगी !!

कर लूंगी खुद ही फैसला!
मैं वादे जफा कर लूंगी !!

नहीं तेरी जरूरत हमको !
सपनों से वफा कर लूंगी!!

न हो तुझसे साबका मेरा !
तारों पे गुमां कर लूंगी !!

मत महका उपवन को मेरे !
फूलों से दुआ कर लूंगी !!

मत पूछ मेरा दर्दो गम !
गम को दवा कर लूंगी !!

प्रीती

प्रीती श्रीवास्तव

पता- 15a राधापुरम् गूबा गार्डन कल्याणपुर कानपुर