गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 30/10/202530/10/2025 0 Comments ग़ज़ल ऊपर तेरा खाता है।फिर तू क्यूंँ घबराता है।। पूरी हो दिल की ख़्वाहिश।कब ऐसा हो पाता है।। दिल के तो Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 27/09/202527/09/2025 ग़ज़ल पास थे फिर भी कुछ दूरियांँ रह गई।बाद मिलने के मजबूरियांँ रह गई।। दिल की जो बात थी दिल में Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 10/09/202510/09/2025 ग़ज़ल पास थे फिर भी कुछ दूरियांँ रह गई।बाद मिलने के मजबूरियांँ रह गई।। दिल की जो बात थी दिल में Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 03/09/202503/09/2025 ग़ज़ल बेरुखी से मेरी खफा होगा।नाम दीवारों पर लिखा होगा।। आँख भी भर गयी होगी उसकी।जब मुहब्बत में दिल टूटा होगा।। Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 14/08/202514/08/2025 ग़ज़ल तुझे देखने को तरस रहीं थीं आँखें।बस तेरी याद में बरस रहीं थीं आँखें।। याद आ रहा था वो गुजरा Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 12/07/202512/07/2025 ग़ज़ल तेरा नाम लेकर बुलाते रहेंगे।तुझे याद आए हैं आते रहेंगे।। पढ़ोगे मेरा ख़त जो मैं याद आई।तुम्हें ख्वाब में भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 25/06/202525/06/2025 ग़ज़ल तुम अनुभूति हो प्रेम का मै टकरार हूं।तुम सफर हो इश्क का मै इकरार हूं।। जला दो प्रेम दीप लौ Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 07/05/202507/05/2025 ग़ज़ल मेरा नहीं तो दिल का कहा मान जाइए।दिल की किताब हर किसी को मत पढ़ाइए।। बदनाम हो न जाएं कहीं Read More
कविता प्रीती श्रीवास्तव 25/04/202529/04/2025 माँ का आंचल पूरे घर में माँ का बोलबाला है।मां का दिल बिल्कुल निराला है।नाराज़ होती है पर कुछ कहती नही।बगैर बच्चों के Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 02/04/202529/03/2025 ग़ज़ल बारहा दर्द मुझको दिखाए नहीं।ज़िंदगी से कहो आजमाए नहीं।। मैं कशमकश में हूं आजकल यार मेरे।मुझको अपना ये जलवा बताए Read More