कविता

सुशासन बाबू

सुशासन बाबू के
कुशासन का चर्चा
चारो ओर है

महागठबंधन बनने के
बाद प्रगति रथ पे
रोक है

शराब बंदी ही
एक बिहार की
पहचान है

चोरी डैकती
लूट पाट अब
सरे आम है

टॉपर से लेकर
मिटटी तक
की चर्चा अब
सरे आम है

शुशाशन बाबू के
कुशासन का चर्चा
चारो ओर है

रवि प्रभात

पुणे में एक आईटी कम्पनी में तकनीकी प्रमुख. Visit my site