हे शिवशंकर महादेव प्रभु
हे शिवशंकर महादेव प्रभु, हमको बस तेरा सहारा है
तू नैया तू ही खिवैया है, तू ही पतवार-किनारा है-
1.तुम बल-बुद्धि-ज्ञान के सागर हो, अभयंकर हो भय हरते हो
हमें बल-बुद्धि-ज्ञान दे अभय करो, हमको बस तेरा सहारा है-हे शिवशंकर महादेव प्रभु—
2.तेरे शीश पे जटाजूट सोहे और जटा में गंगा-धारा है
हे गंगेश्वर पावन कर दो, हमको बस तेरा सहारा है-हे शिवशंकर महादेव प्रभु—
3.तुम तीन लोक के स्वामी हो, प्रभु घट-घट अंतर्यामी हो
मनवांछित फल दे सफल करो, हमको बस तेरा सहारा है-हे शिवशंकर महादेव प्रभु—
4.हर पल प्रभु तेरा ध्यान रहे, हर सांस में तेरा नाम रहे
अपना मानो प्रभु दर्शन दो, हमको बस तेरा सहारा है-हे शिवशंकर महादेव प्रभु—
(तर्ज़-वह शक्ति हमें दो दयानिधे———————-)
(तर्ज़-दिल लूटने वाले जादूगर———————-)