अष्टम साहित्य गरिमा पुरस्कार समारोह तथा`पुष्पक’ लोकार्पण संपन्न
अष्टम साहित्य गरिमा पुरस्कार समारोह ,`पुष्पक ‘ लोकार्पण तथा कादम्बिनी क्लब की गोष्ठी रविवार ,16 अप्रैल ,शाम 4 बजे से तेलंगाना सारस्वत परिषद् ,बोगुलकुंटा ,तिलक रोड ,(अपोसिट आदित्य हॉस्पिटल ) सभागार में संपन्न हुआ ।
साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति की संस्थापिका अध्यक्ष डॉ अहिल्या मिश्र तथा महासचिव डॉ रमा द्विवेदी तथा कादम्बिनी क्लब की कार्यकारी संयोजिका मीना मुथा ने संयुक्त विज्ञप्ति में बताया कि प्रथम सत्र काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता प्रो ऋषभदेव शर्मा ने की | डॉ राजम नत्रजन पिल्लै (मुंबई) ,शान्ति अग्रवाल ,साधना ठाकुर(सम्मानित अतिथि ) ,श्री रामकिशोर उपाध्याय ,डॉ रामनिवास साहू तथा प्रिया चौधरी ,विशेष अतिथि के रूप में मंचासीनं हुए | श्री भंवरलाल उपाधयाय के सञ्चालन में दीपा धगर ,शशि राय ,सुषमा पांडे ,डॉ गीता जांगिड़ ,पूनम जोधपुरी ,डॉ राजम (मुंबई ) डॉ रामनिवास साहू (मैसूर ) रामकिशोर उपाध्याय (दिल्ली ) दर्शन सिंह ,पुष्पा वर्मा ,मंगला अभ्यंकर ,सुनीता लुल्ला ,अवधेश कुमार सिन्हा ,कुंजबिहारी गुप्ता ,प्रवीण प्रणव ,डॉ अर्चना झा ,सुरेश जैन ,लक्ष्मण शिवहरे उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने काव्यपाठ किया अध्यक्षीय काव्य पथ डॉ ऋषभदेव शर्मा जी ने किया तथा दीपा धगर ने आभार ज्ञापित किया |
द्वितीय सत्र में अष्टम साहित्य गरिमा पुरस्कार -2016 के समारोह का आयोजन किया गया | इस सत्र की अध्यक्षता डॉ अहिल्या मिश्र ( संस्थापिका अध्यक्ष ,सा ग पु समिति ) ने की | इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं उद्घाटनकर्ता श्री आर पी ठाकुर ( पुलिस महानिदेशक ,आंध्र प्रदेश ) मंचासीन हुए | विशेष अतिथि के रूप में श्री राम किशोर उपाध्याय ,डॉ रामनिवास साहू , प्रिया चौधरी तथा मानवेन्द्र मिश्र ( प्रबध न्यासी ,सा ग पु समिति ) मंचासीन हुए | सभी अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया तथा श्रीमती शुभ्रा महंतो ने निराला रचित सरस्वती वंदना प्रस्तुत की | तत्पश्चात सभी अतिथियों का सम्मान शॉल ,पुष्प गुच्छ ,माला एवं स्मृति चिह्न द्वारा किया गया | इसमें गोविन्द जी राय, डॉ मदन देवी पोकरणा ,डॉ सीता मिश्र ,शान्ति अग्रवाल ,पवित्रा अग्रवाल ,प्रो ऋषभदेव शर्मा भंवर लाल उपाध्याय ,सुरेश जैन ,डॉ रमा द्विवेदी ,आशा मिश्र, मानवेन्द्र मिश्र ,देवा प्रसाद मयला ,प्रवीण प्रणव ,सरिता सुराणा ,सम्पतदेवी मुरारका ,दीपा धगर ,शशि राय तथा सुषमा पांडे ने सहयोग प्रदान किया |
सुनीता लुल्ला ने मुख्य अतिथि श्री आर पी ठाकुर का परिचय प्रस्तुत किया डॉ मदन देवी पोकरणा ने राम किशोर उपाध्याय ,सरिता सुराणा ने डॉ राम निवास साहू का ,डॉ अर्चना झा ने प्रिया चौधरी का परिचय प्रस्तुत किया |
डॉ अहिल्या मिश्र ने स्वागत भाषण में कहा की वर्ष 2000 से साहित्य गरिमा पुरस्कार आरम्भ हुआ | यह पुरस्कार महिला रचनाकारों के लेखन के लिए निश्चित रूप से प्रेरणस्त्रोत रहा है |संस्था की महासचिव डॉ रमा द्विवेदी ने संस्था परिचय एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि पुरस्कार चयनित करने की प्रक्रिया शत -प्रतिशत पारदर्शी है और दक्षिण प्रांतों से कोई भी महिला रचनाकार संस्था के नियमानुसार चयनित विधा पर प्रविष्ठि भेज सकती है | प्रवीण प्रणव ने अष्टम साहित्य गरिमा पुरस्कार ग्रहीता डॉ राजम नटराजन पिल्लै का परिचय देते हुए उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला तथा प्रशस्ति पत्र का वाचन सरिता गर्ग ने किया तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथियों के कर कमलों द्वारा अष्टम साहित्य गरिमा पुरस्कार की विजेता डॉ राजम नटराजन पिल्लै को शॉल ,स्मृति चिह्न ,प्रशस्ति पत्र ,पुष्पगुच्छ ,माला एवं ग्यारह हजार की राशि का धनादेश प्रदान कर पुरस्कृत किया गया |तालियों की गूँज के साथ सभी ने डॉ राजम का अभिनन्दन किया | डॉ राजम ने अपने उद्बोधन में कहा -“हैदराबाद का स्नेह -सम्मान चिरस्मरणीय रहेगा | यह पुरस्कार मेरे आगामी लेखन यात्रा में प्रेरणा स्त्रोत का कार्य करेगा | उन्होंने संस्था के कार्य को साधुवाद देते हुए कहा कि छोटे छोटे व्यवधान भले ही आएं लेकिन डगमगाना नहीं चाहिए” |
इसके पश्चात् कादम्बिनी क्लब का प्रकाशन `पुष्पक -34 ‘ का परिचय देते हुए अवधेश कुमार सिन्हा ने कहा कि स्थानीय और सुदूर क्षेत्रों के रचनाकारों की रचनाओं का प्रकाशन पुष्पक को पठनीय बनाता है | डॉ अहिल्या मिश्र के नेतृत्व में प्रकाशित पुष्पक और भी ऊँची उड़ान भरेगा ऐसी आशा व्यक्त की | तत्पश्चात आर पी ठाकुर के कर कमलों द्वारा `पुष्पक ‘ का नवीन अंक का लोकार्पण संपन्न हुआ | इसके पश्चात् नगर की उम्रदराज़ वरिष्ठ कवयित्री श्री मती विनीता शर्मा का सम्मान कादम्बिनी क्लब और ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के तत्वावधान में किया गया | डॉ राजम के करकमलों द्वारा शॉल , माला, पुष्पगुच्छ तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर विनीता शर्मा को सम्मानित किया गया | विनीता शर्मा ने डॉ राजम को बधाई दी और इस सम्मान हेतु दोनों संस्थाओं का आभार व्यक्त किया |
श्री ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि अहिन्दी भाषी क्षेत्र में यह पुरस्कार देखकर मैं अचंभित हूँ | यह गंगा -जमुनी तहजीब सदा इसी प्रकार बनी रहे | डॉ साहू ने कहा कि हैदराबाद में हो रहे हिंदी कार्य को देखकर आत्मिक संतोष होता है | श्री उपाध्याय जी ने इस पुरस्कार का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर और दक्षिण भारत का समन्वय हिंदी के धरातल पर सदा बना रहे | प्रिया चौधरी ने डॉ अहिल्या मिश्र स्त्री सशक्तिकरण का स्तम्भ बताते हुए कहा कि सभी महिलाओं का पथ प्रशस्त कर उजियारे की ओर चलने का मार्ग दिखाती हैं | साधना ठाकुर ने कहा कि डॉ मिश्र का यह प्रयास सराहनीय है | मानवेन्द्र मिश्र ने कहा कि माँ का साहित्य के प्रति प्रेम मुझे विरासत में मिला है और मैं ईश्वर से कामना करता हूँ कि अधिक से अधिक महिलाएं लेखन करें ,यही इस पुरस्कार का उद्देश्य है | डॉ मिश्र ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि महिलाएं कलम उठाकर लिखना चाहती हैं लेकिन सामा जिक एवं पारिवारिक कई विवशताएं उनके साथ होती हैं | इस पुरस्कार का लक्ष्य महिलाओं को लेखन के लिए प्रोत्साहित करना है | अब तक यह पुरस्कार दक्षिण प्रांतो तक सीमित था लेकिन भविष्य में इसकी सीमाओं को विस्तारित किया जाएगा | उन्होंने संस्था के कार्यकारिणी सदस्यों का एवं पदाधिकारियों के सहयोग की सराहना की | मीना मुथा ने सञ्चालन किया और प्रवीण प्रणव ने धन्यवाद ज्ञापित किया |
इस समारोह में ,हरिश्चंद्र विद्यार्थी ,डॉ रोहिताश्व ,डॉ टी मोहनसिंह , डॉ गोरखनाथ तिवारी ,जितेंद्र ,संगीता श्रीवास्तव ,नीरजकुमार ,विजय कुमार ,रंजना बहिस्त ,जयश्री गुप्ता ,डॉ देवेंद्र शर्मा ,सरला भूतोड़िया ,पल मिश्रा ,भावना पुरोहित ,दीप्तांशु ,मधुकर ,सूरज प्रसाद सोनी ,उमा सोनी ,लक्ष्मी नारायण अग्रवाल ,दयानाथ झा ,जुगलबंग जुगल ,सुषमा बैद ,नमिता दुबे ,एल रंजना ,प्रो राजेंद्र कुमार ,डॉ कृष्ण सिंग ,आर के पूरी ,सुनील गौड़ ,मनोज कुमार मिश्र ,अजय कुमार मौर्या ,संजय कुमार ,कलावती जाजू ,सुरेश गुगलिया ,डॉ सी बसंता ,तेजराज जैन ,मयूर पुरोहित , रमेश देव ,वसंत कुलकर्णी सुधा राय ,ज्योति विष्णु ,इंद्रदेव सिंह ,सत्यनारायण काकड़ा ,मधुलिका , श्रेया दुबे ,पूजा जैन, आर्यव मिश्रा ,दिव्या मिश्रा , संजय कुमार आदि की उपस्थिति रही | प्रीत भोज के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ |
प्रस्तुतकर्ता : डॉ रमा द्विवेदी