अमेरिका में बिटिया ने दो विदेशी महिलाओं को डिनर पर बुलाया था जिसमें एक महिला उसकी `ट्रेनिंग टीचर ‘ थी | रायना चुस्त -दुरस्त ,लम्बी छरहरे बदन की थी और लिसा बहुत अधिक गोरी ,नाक -नक्श से बहुत सुन्दर – कोमल और सुडौल बदन की थी | डिनर करके जब दोनों जाने लगी तब मेरी […]
Author: *डॉ. रमा द्विवेदी
मातृदिवस पर हाइकु
1 – स्वर्ग है कहीं माँ के ही चरणों में ढूँढो तो सही | 2 – माँ वंदनीय चौदह भुवन में अतुलनीय | 3 – माँ सरगम माँ प्रेम प्रतिभास माँ अहसास | 4 – घूमता चक्र माँ के ही इर्द -गिर्द हर रिश्ते का | 5 – मिला जिस को माँ का प्यार -दुलार […]
‘रेत का समंदर’: भावनाओं का ज्वार”-समीक्षक : डॉ. जयप्रकाश तिवारी
विचार तबतक पल्लवित–पुष्पित नहीं होते जबतक रचनाकार की अपनी कोई निजी सोच–संवेदना और दार्शनिक चिंतन नहीं होता.दर्शन और चिंतन का आधार वही सोच, सिद्धांत और विमर्श होता है. रचनाकार अपनी कल्पनाशीलता द्वारा इस सिद्धांत को समाजोपयोगी बनाकर सृजन और विकास हेतु जन मानस के समक्ष प्रस्तुत करता है. डॉ. रमा द्विवेदी जी के अन्दर ये […]
-दस हाइकु-
1 – क्या -क्या जंजाल इक्कीसवीं सदी में सब बेहाल | 2 – सत्य कसैला मनमोहक झूठ बाजी ले लूट | 3- शब्दों की भीड़ बीमार कल्पनाएं अर्थ रहित | 4 – पीड़ा का मौन पिघलता है प्यार से समझे कौन | 5 – सपने बुने अलगनी में पड़ें सूखते रहे | 6 – बहरे […]
-क्षणिकाएँ –
1 – आत्मा का उत्थान तै करता है आवागमन के पथ को प्रकाशमान !! 2 – जीवन -मरण जन्म -जन्मांतर के कर्मों का है अलग -अलग संस्करण | 3 – जन्म -जन्मांतरों के कर्मों का बीजगणित कौन बांच पाया है इसलिए तो जीवन का मूल धन यूँ ही गंवाया है | 4 – कर्मों के […]
`नाक कट जायेगी” -लघुकथा
पड़ोसी ठाकुर रघुराज सिंह ने` मिली’ की शादी अच्छा घर -बर देख कर कर दी | शादी इतने धूम धाम से की कि उन्हें अपने खेत भी गिरवीं रखने पड़े | `मिली’ ससुराल में दस दिन रहकर आ गई | पति पूरन सिंह बंगलौर अपनी नौकरी में चला गया | अभी शादी का एक माह […]
कोचिंग की वैशाखियाँ -लघु कथा
कुमार -“ राहुल कहाँ जा रहे हो ”? राहुल -`कोचिंग ‘?? कुमार -“ क्यों ? तुम तो बहुत नामी पब्लिक स्कूल में पढ़ रहे हो ,फिर कोचिंग की क्या जरुरत है ”? राहुल -“अपने आप पढ़ने में मन नहीं लगता और बिना कोचिंग के टॉप रैंकिंग लाना असंभव है ”| कुमार – “ ऐसा नहीं […]
आयो मदन गोपाल-होली गीत
आयो मदन गोपाल रंग ले होली में खेलत गोपी -ग्वाल ,गोरिया होली में । रंगो के रसिया के रस की रार मची है पीके भंग,करत हुड़दंग गोरी से आँख लड़ी है मल -मल रंगते गाल गोरिया होली में नीला ,पीला ,लाल गोरिया होली में । कामदेव ने रतिकन्या पर बाण चलाए सोई जगी उमंग , […]
प्यार में धोखा -लघुकथा
घर पर आईं मिसेज तिवारी से मैंने पूछा -“ नंदिता की शादी क्यों टूट गई, दोनों ने खुद पसंद करके शादी की थी | फिर ऐसा क्या हुआ कि रिश्ता टूट गया ” | मिसेज तिवारी ने कहा -“ अब क्या बताऊँ | नंदिता का प्यार अपने सहपाठी श्रीकांत से हो गया | दोनों ने […]
अगर प्यार के झरोखे न होते -गीत
खुदा ने अगर दिल मिलाए न होते तो तुम तुम न होते हम हम न होते। न यह हिम पिघलता न नदियाँ ये बहतीं न नदियाँ मचलतीं न सागर में मिलतीं सागर की बाहों में गर समाए न होते,,,,तो न सागर यह तपता न बादल ये बनते न बादल पिघलते न जलकन बरसते जलकन धरा […]