जल रहा सहारनपुर
जला रहा है कौन सहारनपुर बस्ती को,
कभी दलित कभी ठाकुरों की हस्ती को।
साध रहा है कौन लक्ष्य होकर निर्भीक,
कौन जलाने पर आतुर जन की मस्ती को।।
@प्रदीप कुमार तिवारी
जला रहा है कौन सहारनपुर बस्ती को,
कभी दलित कभी ठाकुरों की हस्ती को।
साध रहा है कौन लक्ष्य होकर निर्भीक,
कौन जलाने पर आतुर जन की मस्ती को।।
@प्रदीप कुमार तिवारी